राखी का सूत हूँ मैं
मृतप्राय मानवता का
विशालकाय दानवता का
पतितता के विजय का
पावनता के पराजय का
वस्तुत्व के उद्भव का
व्यक्तित्व के पराभव का
पूजनीया के पतन का
शक्तिस्वरूपा के दमन का
जीवित सबूत हूँ मैं
राखी का सूत हूँ मैं II
संस्कृति के विस्मरण का
सहृदयता के छरण का भौतिकता के विकास का
प्राचीनता के परिहास का
संबंधों के समापन का
मिथ्यावादी अपनापन का
भोग के उर्वरण का
त्याग के मरण का
बिलखता सबूत हूँ मैं
राखी का सूत हूँ मैं II
1 comment:
Thanks for good stuff.
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